आपका समर्थन, हमारी शक्ति

सोमवार, 14 अगस्त 2017

"स्वतंत्रता दिवस" एवं "श्रीकृष्ण जन्माष्टमी" की हार्दिक शुभकामनाएँ

केसरिया बल भरने वाला, सादा है सच्चाई,
हरा रंग है हरी हमारी, धरती की अँगड़ाई।
और कहता है यह चक्र हमारा कदम कभी न रुकेगा, 
हिंद देश का प्यारा झंडा, ऊँचा सदा रहेगा !!

.........स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें !!
Happy Independence day.


देश की आजादी की एक और सालगिरह । स्वतंत्रता को आज व्यापक परिप्रेक्ष्य में देखने की जरुरत है। स्वतंत्रता माने सिर्फ राजनैतिक स्वतंत्रता नहीं, बल्कि यह सामाजिक, आर्थिक, वैचारिक, आध्यात्मिक, पारिवारिक और अन्तत: वैयक्तिक स्वतंत्रता भी है, जहाँ हर स्तर पर निर्णय-प्रक्रिया में हम भागीदार हो सकें और सकारात्मक रूप में देश और समाज के लिए कुछ कर सकें। स्वतंत्रता अपने आप में संपूर्ण है। इसका शाब्दिक विश्लेषण करें तो यह स्व का तंत्र है, अर्थात स्वयं को पा लेना ...इस स्वतंत्रता दिवस पर आत्मविश्लेषण करके देखने की जरुरत है कि क्या हम अपनी चेतना को पूर्ण रूप में पा चुके हैं और सच्चे अर्थों में वाकई स्वतंत्र हैं ..स्वतंत्रता दिवस पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं..!! 

(चित्र में : 
बेटी अपूर्वा तिरंगे के साथ, जिसे उसने अपनी दीदी अक्षिता के साथ मिलकर बनाया और कलर किया है)
श्रीकृष्ण सिर्फ एक भगवान या अवतार भर नहीं थे।  इन सबसे आगे वह एक ऐसे पथ-प्रदर्शक और मार्गदर्शक थे, जिनकी सार्थकता  हर युग में बनी रहेगी।  उनके व्यक्तित्व में भारत को एक प्रतिभासम्पन्न राजनीतिवेत्ता ही नहीं, एक महान कर्मयोगी और दार्शनिक प्राप्त हुआ, जिसका गीता-ज्ञान समस्त मानव-जाति एवं सभी देश-काल के लिए पथ-प्रदर्शक है। आज देश के युवाओं को श्रीकृष्ण के विराट चरित्र के बृहद अध्ययन की जरूरत है। राजनेताओं को उनकी विलक्षण राजनीति समझने की दरकार है और धर्म के प्रणेताओं, उपदेशकों को यह समझने की आवश्यकता है कि श्रीकृष्ण ने जीवन से भागने या पलायन करने या निषेध का संदेश कभी नहीं दिया।  श्रीकृष्ण ने कभी कोई निषेध नहीं किया। उन्होंने पूरे जीवन को समग्रता के साथ स्वीकारा है। यही कारण है कि भगवान श्री कृष्ण की स्तुति लगभग सारी दुनिया में किसी न किसी रूप में की जाती है। यहाँ तक कि वे लोग जिन्हें हम साधारण रूप में नास्तिक या धर्मनिरपेक्ष की श्रेणी में रखते हैं, वे भी निश्चित रूप से भगवदगीता से प्रभावित हैं।  श्रीकृष्ण द्वारा गीता में कहे गए उपदेशों का हर एक वाक्य हमें कर्म करने और जीने की कला सिखाता है। अब तो कॉरपोरेट जगत भी मैनेजमेंट के सिद्धांतों को गीता से जोड़कर प्रतिपादित कर रहा है।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के शुभ पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ !!



"स्वतंत्रता दिवस" एवं  "श्रीकृष्ण जन्माष्टमी" के शुभ पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ !!
Happy Independence day & Happy Krishna Janmashtami.